वायु से भी शीघ्रगामी क्या है? -मन। तिनको से भी अधिक असंख्य कौन है?-चिंता। प्रवासी का मित्र कौन है?-साथी। गृहवासी का मित्र कौन है?-भार्या। बीमार का मित्र कौन है?-वैध्य। मरे आदमी का मित्र कौन है?-दान। सभी प्राणियों का अतिथि कौन है?-अग्नि। धर्म का स्वरुप कौन है?-सबके अनुकूल रहना। यश की चरम सीमा क्या है?-किसी की बुराई न करना। उत्तम धन क्या है?-शास्त्र का ज्ञान।